कम्प्यूटर पर हिन्दी में टाइपिंग की विधियाँ
पहले हिन्दी में काम करने के लिये आपको हिन्दी टाइपिंग आना जरूरी होता था, लेकिन जिन लोगों को हिन्दी टाइपिंग नहीं आती है, उन्हें कम्प्यूटर पर हिन्दी में काम करने में बड़ी मुश्किल होती है। लेकिन अब इस क्षेत्र में हो रही नई खोजों के फलस्वरूप इस दिक्कत का समाधान हो गया है। फोनेटिक टाइपिंग विधि से अब हिन्दी में टाइपिंग करना बहुत आसान हो गया है। यह हिन्दी टाइप करने की सबसे आसान तथा वर्तमान में सर्वाधिक प्रचलित विधि है। यह भारतीय भाषाओं के ध्वन्यात्मक गुण (Phonetic Property) पर आधारित है। कहने का मतलब है कि ‘‘जैसा बोला जाता है वैसे ही लिखा जाता है’’। आप सीधे हिन्दी में लिखना शुरू कर सकते हैं। उदाहरण के लिये आपको ‘महान’ लिखना है तो आपको अंग्रेजी में सीधे ‘mahan’ टाइप करना होगा। आजकल जो हिन्दी टाइपिंग नहीं जानते हैं वे इसी विधि का उपयोग करते हैं। फोनेटिक हिन्दी टाइपिंग के लिये दो तरह के टूल उपलब्ध हैं : ऑनलाइन और ऑफलाइन।
ऑनलाइन हिन्दी टाइपिंग टूल्स : इंटरनेट पर ऐसी बहुत सी साइटें हैं, जहाँ आप उनके टूल्स का इस्तेमाल कर ऑनलाइन वहीं पर हिन्दी में टाइप करके फिर उसे कॉपी करके जिस फाइल में लिखना हो वहाँ पेस्ट कर सकते हैं। चूँकि, इसमें कॉपी पेस्ट का झंझट होता है, इसलिये यह तरीका उपयुक्त नहीं है। इसके अलावा इनकी टाइपिंग स्पीड भी कम होती है। ‘कुइलपेड’, ‘हिंदिनी’ तथा ‘यूनीनागरी’ नामक टूल ऐसे ही कुछ ऑनलाइन टूल्स हैं।
ऑफलाइन हिन्दी टाइपिंग टूल्स : दूसरी तरह के हिन्दी टाइपिंग टूल्स में ऑफलाइन टूल आते हैं, जिन्हें आप अपने सिस्टम पर एक बार डाउनलोड करके जब चाहें तब किसी भी विंडोज ऐप्लीकेशन जैसे वर्डपैड, इंटरनेट एक्सप्लोरर, गूगल डॉक आदि में इस्तेमाल कर सकते हैं। इस तरह के टूल्स को फोनेटिक IME (Input Method Editor) कहा जाता है। सर्वाधिक प्रचलित IME टूल्स हैं : Baraha IME, Hindi Writer तथा Hindi Indic IME टूल। यहाँ हम गूगल के ट्रांसलिटरेशन आईएमई टूल एवं माइक्रोसॉफ्ट के इंडिक लैंग्वेज इनपुट टूल के बारे में चर्चा करेंगे।
1. गूगल का ट्रांसलिटरेशन आईएमई टूल :
यह टूल 14 भाषाओं (अरबी, फारसी, ग्रीक, बंगाली, गुजराती, हिन्दी, कन्नड़, मलयालम, मराठी, नेपाली, पंजाबी, तमिल, तेलगू और उर्दू) में टाइप करने के लिये इस्तेमाल किया जा सकता है। यदि इसे आप एक बार अपने सिस्टम पर इंस्टॉल कर लेते हैं तो फिर आपको इंटरनेट कनेक्शन की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह टूल Windows8/Windows7/Vista/XP 32-bit ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ काम करता है।
यदि आप विंडोज 8 अथवा विंडोज 7 पर काम करते हैं तो गूगल टाइपिंग टूल अपने कम्प्यूटर पर डाउनलोड करके इंस्टाल करने की जरूरत है। फिर सीधे अंग्रेजी में टाइप करो, हिन्दी में परिवर्तित होता जाएगा, जैसे कि यदि आप ‘हिन्दी’ टाइप करना चाहते हैं तो आपको hindi टाइप करना होगा। इसको अपने सिस्टम में इंस्टॉल करना काफी आसान है। इसके लिये यदि आप विंडोज XP पर काम करते हैं तो गूगल टाइपिंग टूल को चलाने के लिये आपको कंट्रोल पैनल में रीजनल लैंग्वेज सेटिंग्स में कुछ चेंज करना होगा, जैसा कि पहले बताया गया है।
2. माइक्रोसॉफ्ट का आईएलआईटी
माइक्रोसॉफ्ट ने आईएलआईटी (इंडिक लैंग्वेज इनपुट टूल) नाम से अपना एक प्रोडक्ट जारी किया है, जिसके ऑफलाइन तथा ऑनलाइन प्रयोग के लिये संस्करण उपलब्ध हैं। इस टूल में उन सभी समस्याओं से छुटकारा पा लिया गया है जो गूगल आईएमई टूल में मौजूद हैं। इस टूल की मदद से हिन्दी के अलावा बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, मराठी, उड़िया, पंजाबी, तमिल और तेलुगू भाषाओं में टाइपिंग की जा सकती है। खास बात यह है कि इन टूल्स का प्रयोग आप MS word, नोट पैड और चैटिंग करने आदि में से किसी में भी आसानी से कर सकते हैं।
अपने सिस्टम में माइक्रोसॉफ्ट इंडिक लैंग्वेज इनपुट टूल को इंस्टॉल करने के लिये सबसे पहले अपने वेब ब्राउजर में http://www.bhasaindia.com/ilit/ लिंक खोलें। वहाँ आपको माइक्रोसॉफ्ट इंडिक लैंग्वेज इनपुट टूल को डाउनलोड करने का विकल्प मिलेगा, इसे यहाँ से डाउनलोड करके आप विंडोज 8, विंडोज 7, विंडोज विस्टा या विंडोज एक्स-पी में से किसी भी सिस्टम में इंस्टॉल कर सकते हैं। विंडोज के विभिन्न अनुप्रयोगों में इस्तेमाल करने के लिये आप ‘Install Desktop Version’ पर क्लिक करें।
यदि आप विंडोज 8 या विंडोज 7 पर काम करते हैं तो सीधे ही माइक्रोसाफ्ट इंडिक लैंग्वेज इनपुट टूल अपने कम्प्यूटर पर डाउन लोड करके इंस्टाल कर सकते हैं। फिर सीधे अंग्रेजी में टाइप करो, हिन्दी में परिवर्तित होता जाएगा, जैसे कि यदि आप ‘हिन्दी’ टाइप करना चाहते हैं तो आपको ‘hindi’ टाइप करना होगा। इसको अपने सिस्टम में इंस्टॉल करना काफी आसान है।
विंडोज XP में माइक्रोसॉफ्ट इंडिक लैंग्वेज इनपुट टूल डाउनलोडेड करने के लिये आपके सिस्टम में Microsoft-Net Framework 2.0 और Mircosoft Windows Installer 3.1 होना चाहिए और यदि नहीं है तो इस टूल का सेट-अप पहले इन्हें डाउनलोड करेगा और फिर अपने आप माइक्रोसॉफ्ट इंडिक लैंग्वेज इनपुट टूल इंस्टॉल करेगा। इन दोनों के इंस्टॉल होने के बाद आपका सिस्टम अपने आप रिस्टार्ट होगा। इसके बाद सेट-अप अपने आप चलेगा और इस तरह माइक्रोसॉफ्ट इंडिक लैंग्वेज इनपुट टूल का इंस्टॉलेशन पूरा हो जाएगा। रिस्टार्ट होने के बाद यदि सेट-अप अपने आप नहीं चालू होता, तो उसे मैनुअली चलाएँ। इसके लिये अच्छा यह होगा कि जब आप इस टूल का सेट-अप डाउनलोड करें, तो सीधे ‘Run’ पर क्लिक करने की बजाय, ‘Save’ पर क्लिक करें।
इस तरह आप बिना हिन्दी टाइपिंग जाने हुए भी कम्प्यूटर पर हिन्दी में आसानी से काम कर सकते हैं।
1. Microsoft Indic Language Input Tool
Microsoft Indic Language Input Tool (ILIT)
Microsoft Indic Language Input Tool helps you enter Indian language text easily into any Microsoft Windows applications. The primary input mechanism is transliteration. Additionally, it provides a visual keyboard to assist with editing words that do not transliterate properly.
माइक्रोसॉफ्ट ने अपने इस उत्पाद का न्यू यॉर्क में एक आयोजन के दौरान घोषणा किया था। इस सेवा की शुरुआत पूरी दुनिया में 14 मार्च 2017 से हुई थी। इसका निर्माण कंपनी में एक आंतरिक हैकेथोन के दौरान किया गया था और वर्तमान में यह माइक्रोसॉफ्ट के कॉर्पोरेट वाइस प्रेसिडेंट, ब्रायन मैकडोनल्ड के नेतृत्व में है।